कमलनाथ ने की आदिवासी वर्ग के प्रमुख नेताओं के साथ बैठक

भोपाल: भारतीय जनता पार्टी की राजनीति हमेशा बांटने की व तोडऩे की रही है। भाजपा ने आदिवासी वर्ग को भी बांटने का काम किया है। हमें भाजपा की इस नीयत को पहचानना होगा। भाजपा कुछ गैर राजनैतिक संगठनों का उपयोग कर आदिवासी वर्ग को बांटने व तोड़ने का काम कर रही है। अब तो भाजपा ने खरीद-फरोख्त का भी काम चालू कर रखा है। हमें इस सच्चाई को पहचानना है। आपकी जागरूकता, सावधानी व एकता ही भाजपा की इस तोडऩे व बांटने की राजनीति को मुंहतोड़ जबाव दे सकती है। हमारे देश की संस्कृति लोगों को जोड़ने की है। कांग्रेस ने इसी संस्कृति को अपनाते हुए देश को, समाज को, दिल को जोड़ने का काम किया है यह बात राज्य पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को अपने निवास पर आयोजित प्रदेश के आदिवासी वर्ग के प्रमुख कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए कही।

श्री नाथ ने कहा कि हमारी 15 माह की सरकार ने आदिवासी वर्ग के हित में कई कार्य किए, कई योजनाएं लागू की और कई क्रांतिकारी निर्णय लिए। वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार ने आदिवासी वर्ग की योजनाओं को बंद किया। यह सर्वविदित है कि कांग्रेस सरकारों ने आदिवासी वर्ग के हित व उत्थान के लिए कई कानून व योजनाएं बनाई हैं। आज की पीढ़ी बेहद जागरूक है। आज आवश्यकता है, हम नई पीढ़ी को जोड़े, उन्हें जागरूक करें। हम आदिवासी वर्ग के उत्थान व हित के लिए भविष्य में और क्या-क्या कर सकते हैं, इसके लिए हम शीघ्र ही एक कार्ययोजना बनाएगे।

श्री नाथ ने आदिवासी वर्ग से अपील करते हुए कहा कि वे भाजपा सरकार में होने वाली उत्पीड़न व अत्याचार की घटनाओं की जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को तुरंत दें, ताकि हम आदिवासी वर्ग के साथ मिलकर दमनकारी व उत्पीड़न की घटनाओं का विरोध कर सकें। उन्होंने कहा आदिवासी वर्ग का विश्वास कांग्रेस के साथ सदैव से रहा है। इसलिए विधानसभा चुनावों में प्रदेश की 47 आदिवासी वर्ग के प्रभाव वाली विधानसभा सीटों में से 31 विधानसभा सीटों में कांग्रेस के पक्ष में परिणाम आए हैं। बैठक में प्रमुख रूप से आदिवासी नेता व प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया, पूर्व मंत्री बाला बच्चन, हनी बघेल, औंकार मरकाम, पूर्व सांसद गजेन्द्र सिंह राजूखेड़ी, नन्हेलाल धुर्वे, तिलकराजसिंह, अभिजीत शाह सहित अन्य आदिवासी नेता व विधायकगण उपस्थित थे।बैठक का संचालन प्रदेश कांग्रेस आदिवासी विभाग के अध्यक्ष अजय शाह ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed