झारखण्ड पवेलियन में विश्व शौचालय दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन
नई दिल्ली (आधुनिक इंडिया संवातदाता) स्वच्छता और शौचालय एक-दूसरे के पूरक हैं। किसी एक के न होने पर दूसरे का कोई महत्व नहीं रह जाता। इसलिए इन दोनों का साथ होना ज़रूरी है।भारत सरकार के साथ साथ प्रदेश सरकारें भी अधिक से अधिक शौचालय बनांने पर जोर दे रही हैं| विश्व शौचालय दिवस पर झारखण्ड पवेलियन में आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए झारखण्ड के जनसम्पर्क अधिकारी प्रभात मिश्रा ने ये बातें कहीं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि झारखण्ड प्रदेश पूरी तरह से ओ० डी० एफ० मुक्त प्रदेश हो गया है| जिसकी घोषणा 18 वे राज्य स्थापना दिवस 15 नवम्बर को मुख्यमंत्री श्री रघुबर दास ने की| साथ उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक निर्मित 33 लाख शौचालय की उपलब्धि की भी घोषणा की है|
प्रगति मैदान में जारी 38 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला आम जनता के लिए प्रवेश शुरू होने के दूसरे दिन झारखण्ड पवेलियन में दर्शकों की संख्या एकाएक बहुत बढ़ गई। दर्शकों ने पवेलियन का जायज़ा लिया और अपनी मनपसंद वस्तुओं की खरीदारी भी की। खासतौर पर लाख की चूड़ियाँ, जूट से बना सजावट का सामान, फ्यूज़न ज्यूलरी, खादी वस्त्र दर्शकों ने खूब पसंद किया।
झारखण्ड के अधिकारी प्रभात मिश्रा ने पवेलियन में आने वाले दर्शकों और स्कूली बच्चों के लिए सम्बंधित विषय पर एक लघु संगोष्ठी का आयोजन किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने स्वछता के लिए शौचालय को बेहद जरुरी और उपयोगी करार दिया। संगोष्ठी में बच्चों ने भी अपनी राय रखी।