असिस्ट द्वारा पांच दिवसीय बास्केटबॉल प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
नई दिल्ली : दिल्ली में वंचित वर्ग के 140 से अधिक स्कूली छात्र क्रॉसओवर बास्केटबॉल एंड स्कॉलर्स एकेडमी के सहयोग से ‘असिस्ट’ द्वारा आयोजित 5-दिवसीय बास्केटबॉल प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागिता करेंगे। कार्यक्रम की शुरूआत रविवार से की गई है और इसका समापन शुक्रवार (29 मार्च 2019) को होगा इस 5-दिवसीय बास्केटबॉल प्रशिक्षण कार्यक्रम में लैंगिक समानता थीम को ध्यान में रखते हुए पंजीकृत प्रतिभागियों में से 70 प्रतिशत से अधिक लड़कियां शामिल किया गया हैं।
दिल्ली पब्लिक स्कूल, वसंत कुंज के 11वीं के छात्र और जूनियर नैशनल लेवल बास्केटबॉल खिलाड़ी कार्तिकेय गोयल की अगुआई में असिस्ट ने दिल्ली में अपने ‘हुप्स क्रिएटिंग होप’ कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए क्रॉसओवर बास्केटबॉल एंड स्कॉलर्स एकेडमी के साथ साझेदारी की है। इस प्रयास के तहत् असिस्ट को दिल्ली तथा एनसीआर के विभिन्न स्कूलों के 25 वॉलंटेयर्स छात्र सहयोग कर रहे हैं ।
5-दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट और टीच फॉर इंडिया क्लासरूम्स के लगभग 140 से अधिक बच्चों को क्रॉसओवर एकेडमी के अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोचों के साथ के टू एक्स रक्षात्मक प्लेयर ऑफ द इयर एलाना बियर्ड, डब्ल्यूडब्ल्यूएनबीए के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण दिया जाएगा। अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट के छात्रों के लिए अलग से व्हीलचेयर बास्केटबॉल के प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए जाएंगे।
ज्ञात हो कि पूरे भारत के 45 बास्केटबॉल कोच भी ‘कोच क्लीनिक’में अपने समुदायों के अंतर्गत सामाजिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग प्रदान करने के इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।
उद्घाटन समारोह की शुरूआत अमर ज्योति के छात्रों द्वारा ऊर्जा से प्रेरित मार्च के साथ हुई, जिसके बाद मेजबान स्कूल की प्रिंसिपल सीमा तुली और क्रॉसओवर बास्केटबॉल एंड स्कॉलर्स एकेडमी के संस्थापक शॉन जयचंद्रन ने अपने भाषण से छात्रों को प्रोत्साहित एवं प्रेरित किया। इस अवसर पर अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट की संस्थापक डॉ. उमा तुली और टीच फॉर इंडिया के नीलव पाइन भी उपस्थित थे। दिल्ली स्थित कनाडाई उच्चायोग ने प्रतिभागियों के लिए पेयजल की बोतलें मुहैया कर कार्यक्रम को समर्थन दिया। नॉरिश ऑर्गेनिक्स ने छात्रों के लिए पौष्टिक एनर्जी बार्स प्रदान किए।
इस मौके पर अपने बात रखते हुए कार्तिकेय ने कहा, ‘‘व्यक्तिगत अनुभव के माध्यम से, मैं जीवन में बदलाव लाने के लिए बास्केटबॉल की ताकत को जानता हूं। इस खेल ने मेरे व्यक्तित्व को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसलिए, बास्केटबॉल के माध्यम से आशा के प्रसार के लिए, मैंने असिस्ट की स्थापना की है। मैं आशा करता हूं कि असिस्ट के माध्यम से चौतरफा व्यक्तित्व विकास मेंवंचितों और विशेष रूप से सक्षम बच्चों को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी।