संताल परगना स्थापना दिवस और संताली भाषा दिवस मनाया गया
दुमका (एस.सोरेन) दुमका प्रखंड के भुरकुंडा पंचायत के अन्तर्गत ताराजोड़ा गांव में दिसोम मारंग बुरु युग जाहेर आखाड़ा के तरफ से संताल परगना स्थापना दिवस और संताली भाषा दिवस बहुत धूमधाम से मनाया गया । इस अवसर पर आखड़ा दुवारा ग्रामीणों को आयुष्मान भारत योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया । इस अवसर पर गोविन्दपुर गांव के सुकलाल सोरेन को स्वच्छता में अच्छा काम करने के लिय आखड़ा के सचिव मंगल मुर्मू ने उसे सम्मानित किया। सुकलाल सोरेन ने अपने गांव में स्वंय अकेला एक सोकता बनाया जिससे चापाकल का बर्बाद पानी कुलही(सड़क)में नही जाता है।

आखड़ा ने झारखण्ड सरकार से मांग किया कि संताल परगना स्थापना दिवस और संताली भाषा दिवस पर झारखण्ड सरकार राजकीय अवकाश का घोषणा करे और सरकार संताल परगना इतिहास को पुरे देश में प्रचार-प्रसार करे। आखड़ा ने गुहियाजोड़ी चौक का नामकरण संताल हूल चौक करने और इस चौक में स्वतंत्रा सेनानी सिदो मुर्मू-कान्हू मुर्मू,चाँद मुर्मू -भैरो मुर्मू,फूलो मुर्मू-झानो मुर्मू का प्रतिमा लगाने का मांग किया।
इस अवसर पर मंगल मुर्मू,बाबूराम मुर्मू,बालेश्वर टुडू,लुखिन मुर्मू,रोशन हांसदा,नीलमुनि हेम्ब्रोम,मोनिका हांसदा,मर्शिला हेम्ब्रोम,सुकुरमुनि मुर्मू,मीनी मरांडी,रासमुनि किस्कू,मोनी टुडू,जोबा हांसदा,पालान्ती मुर्मू,एलीजाबेद हेम्ब्रोम,सुनिता टुडू,लोरेन मुर्मू,गुडू मरांडी,चुनु मुर्मू,रुबिला मुर्मू,रामू मुर्मू,लुबिन मुर्मू,राजू सिंह आदि थे।