बोडो समझौते हस्ताक्षर के जश्न पर शरीक होंगे पीएम नरेंद्र मोदी
नई दिल्ली : ऐतिहासिक बोडो समझौते के जश्न पर आयोजित कार्यक्रम में असम के कोकराझार का दौरा करेंगे प्रधानमंत्री मोदी । बोडो समझौते पर हस्ताक्षर के समारोह में भाग लेने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को असम में कोकराझार का दौरा करेंगे। श्री मोदी उस ऐतिहासिक बोडो समझौते की सभा को संबोधित करेंगे, जिसे पिछले महीने की 27 तारीख को केंद्र सरकार, असम सरकार और बोडो विद्रोही संगठनो के बीच हस्ताक्षर किये थे।
बोडोलैंड टेरिटोरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट्स और पूरे असम के चार लाख से अधिक लोगों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है। राज्य की विविधता को प्रदर्शित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा असम के जातीय समूहों का एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जायेगा।
समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद, ट्वीट करते हुए प्रधान मंत्री ने इस दिन को भारत के लिए एक बहुत ही खास दिन करार दिया और कहा कि इस समझौते से बोडो लोगों के लिए परिवर्तनकारी परिणाम प्राप्त होंगे, जो शांति, सद्भाव और एकजुटता की एक नई सुबह की शुरुआत करेंगे। । श्री मोदी ने कहा, बोडो समझौता कई कारणों से खास है। जो लोग पहले सशस्त्र प्रतिरोध समूहों से जुड़े थे, वे अब मुख्यधारा में प्रवेश करेंगे और देश की प्रगति में योगदान देंगे।
उन्होंने कहा, बोडो समूहों के साथ समझौते से बोडो लोगों की अनूठी संस्कृति की रक्षा और लोकप्रिय होगी और उन्हें विकास-उन्मुख पहलों की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच मिलेगी। उन्होंने कहा, सरकार बोडो लोगों को उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह समझौता प्रधान मंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के दृष्टिकोण और उत्तर-पूर्व के समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता के अनुसार है, जो पांच दशक पुराने बोडो संकट को समाप्त करता है। इस समझौते को बीटीआर के रूप में जाना जायेगा. इस क्षेत्र के विकास के लिए 1,500 करोड़ रुपये का एक विशेष पैकेज रखा गया है।
नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के विभिन्न गुटों के 1,615 से अधिक कैडरों ने अपने हथियार आत्मसमर्पण कर दिए और समझौते पर हस्ताक्षर होने के दो दिनों के भीतर मुख्यधारा में शामिल हो गए।
बता दे कि 7 फरवरी को 11.45 बजे गोपीनाथ बोरदोलोई अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचेंगे और उसके बाद सीधे हेलीकॉप्टर से 12.35 बजे कोकराझार पहुंचेंगे। राज्य के विभिन्न जगहों से लगभग एक लाख लोग रात को ही कोकराझार पहुंचेंगे ऐसी जानकारी मिली हैं। इसके लिए करीब एक हज़ार गाड़ियों का विशेष व्यवस्था किया गया हैं।